रोहित शेट्टी आज के समय के पॉपुलर डायरेक्टर में से हैं। उनकी फिल्मों में कॉमेडी और स्टंट की भरमार होती है। रोहित के पिता मधू बाबू शेट्टी थे। उन्हें इंडस्ट्री में फाइट मास्टर शेट्टी के नाम से जाना जाता था। 70 के दशक में फिल्मों में मारपीट के सीन बहुत होते थे। ऐसे में हर फाइट मास्टर का रोल भी अहम हो जाता था। मधू बाबू शेट्टी स्टंटमैन के रूप में जम गए और एक्टिंग भी अच्छी करते थे। उन्होंने फिल्मों में स्टंटमैन, एक्शन कोरियोग्राफर और एक्टर के रूप में काम किया। इस रिपोर्ट में उनके फिल्मी करियर और जिंदगी के बारे में बताते हैं।
कैंटीन में किया काम
मास्टर शेट्टी का जन्म 1 जनवरी 1938 को मंगलौर में एक बेहद गरीब परिवार में हुआ था। गरीबी की वजह से वो ज्यादा पढ़ाई नहीं कर पाए। केवल 9 साल की उम्र में वो मुंबई आ गए। उन्होंने छोटे-मोटे काम करने शुरू किए। मास्टर शेट्टी एक कैंटीन में बर्तन मांजने का काम करते थे। उन्हें छोटी उम्र से ही बॉक्सिंग और बॉडी बिल्डिंग में इंटरेस्ट था। इसके अलावा उन्होंने घुड़सवारी और तलवारबाजी भी सीखी थी।
बॉलीवुड में बने स्टंटमैन
मास्टर शेट्टी उस समय के मशहूर फाइट मास्टर अजीम भाई के असिस्टेंट बन गए। वो फिल्मों में डुप्लीकेट का रोल भी करते थे और हीरो की जगह खतरनाक स्टंट करते थे। कम समय में ही वो लगातार आगे बढ़ते चले गए। डुप्लीकेट रोल से शुरू हुआ उनका सफर स्टंटमैन तक पहुंच गया था। इसके बाद वो एक्टिंग भी करने लगे।
एक्टिंग से कमाया नाम
मास्टर शेट्टी ने विलेन के रूप में बेहतरीन काम किया। 70 के दशक में उन्होंने कई फिल्मों में एक्टिंग की। अमिताभ और धर्मेंद्र के सामने वो विलेन के रूप में खूब जमे। मेहनत से उन्होंने बॉलीवुड में नाम कमाया और बंगला-गाड़ी खरीद लिया। मास्टर शेट्टी ने दो शादियां कीं। दूसरी पत्नी रत्ना शेट्टी से दो बच्चे महक शेट्टी और रोहित शेट्टी हुए।
एक घटना ने ले ली जान
1980 में फिल्म ‘बॉम्बे 405 माइल्स‘ बन रही थी। इसमें एक्शन डायरेक्टर मास्टर शेट्टी थे। फिल्म में शत्रुघ्न सिन्हा हीरो थे। इसका एक सीन था जहां शत्रुघ्न सिन्हा ऊंची जगह पर खड़े थे। उनके डुप्लीकेट मंसूर को यह एक्शन सीन फिल्माना था और ऊंची जगह से छलांग लगाकर आग के पार जाना था। दुर्भाग्य से टाइमिंग में गड़बड़ी हो गई और मंसूर आग की लपटों के बीच जा गिरा। हादसे में उसकी मौत हो गई।
डिप्रेशन से बिगड़ी तबीयत
इस घटना ने मास्टर शेट्टी को अंदर से हिला दिया था। वो खुद को दोषी मानने लगे। धीरे-धीरे वो डिप्रेशन में चले गए और दिन-रात शराब पीने लगे। शराब की लत ने उन्हें बीमार कर दिया। वो हमेशा नशे में रहते थे। मास्टर शेट्टी को फिल्मों में काम मिलना बंद हो गया। जब घर का गुजारा नहीं हुआ तो उनकी पत्नी रत्ना ने फिल्मों में सपोर्टिंग रोल करना शुरू किया।
44 साल की उम्र में निधन
आखिरी दिनों में मास्टर शेट्टी की तबीयत बहुत खराब हो गई थी। वो बिल्कुल चल फिर नहीं सकते थे। बहुत ज्यादा शराब पीने की वजह से उनका लिवर खराब हो गया था। उस हादसे के एक साल के अंदर ही वो दुनिया से चल बसे। 23 जनवरी 1982 को उनकी मौत हो गई। उस वक्त उनकी उम्र 44 साल थी।
रोहित शेट्टी का बचपन भी गरीबी में बीता लेकिन आज वो इंडस्ट्री के सबसे सफल डायरेक्टर्स में से हैं। उनकी फिल्में कमाई के रिकॉर्ड बनाती है।