Anupama 16 July 2024 Written Episode Update: घुट-घुटकर जीने को मजबूर लीला, उधर बापूजी के मजे ही मजे

Anupama 16 July 2024 Written Episode Update: ‘अनुपमा‘ के 16 जुलाई के एपिसोड की शुरुआत बापूजी से होगी। वो घर के मंदिर के सामने आते हैं लेकिन उनकी नजरें भोग पर होती हैं। तभी वहां पर इंदिरा आ जाती है और कहती है उन्हें आज कुछ भी नहीं मिलेगा क्योंकि उन्होंने पूरा पंचामृत खत्म कर दिया था। बापू जी ये सब बातें अनुपमा को बताने से मना करते हैं। उनकी बातें पास में ही खड़ा बाला शेट्टी सुन लेता है। उनके बीच बहस होती है कि तभी अनुपमा आ जाती है।

घर के सभी लोग जुटे
बाला शेट्टी बता देता है कि पूजा में बना सारा पंचामृत बापूजी ने पी लिया था। अनुपमा उनके बीच का झगड़ा खत्म करवाती है और घर के सभी लोगों को आरती के लिए बुलाती है। जैसे ही वो आरती करने वाली होगी कि तभी दूसरे घर से तेज आवाज में म्यूजिक सुनाई देता है। पाखी तेज म्यूजिक करके सोएगी। इस सब पर ध्यान ना देकर अनुपमा आरती करेगी।

Anupama 16 July 2024 Written Episode Update

अकेलेपन से परेशान लीला
वनराज फोन पर काम की बातें करते हुए डाइनिंग टेबल पर आएगा। बा उसके लिए चाय लेकर आती है। वो मैगजीन कवर पर काव्या की फोटो देखकर खुश नहीं होती। बा कहेगी इस उम्र में मॉडलिंग करना शोभा नहीं देता। अगर उसे मॉडलिंग करनी थी तो अगरबत्ती के लिए करना चाहिए था। वो बताती है कि पाखी और तोशू पूरा दिन सोते हैं। डिंपी और टीटू डांस क्लास में बिजी हैं। किंजल अकेले पूरे घर को संभालती है। बा को लगता है कि अनुपमा के पास ज्यादा पैसे नहीं है लेकिन उसके घर में सभी लोग ज्यादा खुश हैं। पाखी भी डिनर टेबल पर आ जाएगी। वनराज उसके जन्मदिन पर गुलदस्ता और डायमंड रिंग देता है। बा को चिंता सताती है कि इतना महंगा गिफ्ट उसे दिया। वनराज ऑफिस के लिए निकल जाता है तो बा पूरे घर में सन्नाटे से परेशान हो जाती है।

Anupama 16 July 2024 Written Episode Update

बा और बापूजी का प्यार
बापूजी कपड़े सुखा रहे होते हैं वो लीला को देखने की कोशिश करते हैं। शेट्टी उनसे पूछता है उनके बीच इतना प्यार है तो वो अलग क्यों रह रहे हैं। बापूजी जवाब देते हैं उसने अपने बेटे को चुना और उन्होंने अपनी बेटी को। इसमें कुछ भी गलत नहीं है। तभी बा भी अपनी बालकनी पर आ जाती है। बापू ज उसकी तरफ गुलाब का फूल फेंकते हैं। बा फूल को लेने ही वाली होगी कि इधर अनुपमा बापूजी को आवाज लगती है। अनुपमा बा को देखकर दोनों हाथ जोड़ती है लेकिन वो वहां से चली जाएगी।

बापूजी बताएंगे नंदिता और उसकी बेटी आने वाली हैं तो उसका नामकरण कर देते हैं। अनुपम को याद आता है स्वीटी का बर्थडे है तो वो मंदिर होकर आती है।

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