Anupamaa 23 July Written Episode Update: अनुपमा का सामना अनुज से होगा। वो अनुज के साथ खड़े साधुओं को अपनी और अनुज की पुरानी फोटो दिखाएगी। वो बच्चों की भी फोटो दिखाएगी। अनुपमा रोती है तो साधु कहते हैं कि वो उनके साथ नहीं जाना चाहता है तो जबरदस्ती ना करे। सभी साधु अनुज को लेकर चले जाते हैं। वो बताते हैं अभी वो पास के ही आश्रम में ही रुके हुए हैं तो मिल सकती है लेकिन अभी उन्हें जाने दे।
अनुज को नहीं याद पिछली बातें
अनुपमा फूट-फूटकर रोने लगती है। अनुज उसे भूल चुका है इस बात को याद कर वो रोती है। सागर, किंजल और टीटू उसे घर के अंदर ले जाते हैं। तोषू, वनराज से पूछेगा कि जो वो देख रहा है क्या वो सच है। वनराज मन ही मन खुश होता है।
अनुज की हुई फिक्र
अनुपमा नींद में बड़बड़ाती है। सोते-सोते हुए वो अचानक उठ जाएगी। बापू जी उसे शांत रहने के लिए कहेंगे। वो उसे भरोसा दिलाते हैं कि इतने महीनों इंतजार किया और अब एक रात और इंतजार कर ले। कल सुबह वो उसे देखने चली जाए। अनुपमा को आध्या की चिंता भी सताएगी। वो पुलिस में शिकायत करने के लिए कहेगी लेकिन बापू जी उसे सांत्वना देगा। उसे धैर्य से काम लेना होगा।
अनुपमा को दोष देंगे पाखी और डिंपी
बा को यकीन नही हो रहा कि अनुज की ऐसी हालत हो गई है। जो अनुज पहले हर वक्त अनुपमा का नाम जपता था और अब वो उसे पहचान नहीं रहा है। पाखी कहेगी जब अनुज, अनुपमा को लेकर अमेरिका जाना चाहता था तो उस वक्त उन्होंने मनाकर दिया था जबकि उन्हें साथ जाना चाहिए था। डिंपी भी उसके हां में हां मिलाएगी। किंजल उसकी सोच पर हैरानी होगी। वो अनुपमा से मिलने जाना चाहेगी। तोषू मना करता है। किंजल वहां पर जाने के लिए बढ़ती है कि वनराज उसे रोकता है। वो किसी को भी उसकी मदद करने से रोकेगा।
बापू जी के पास पहुंचे किंजल और टीटू
किंजल और टीटू उनकी नहीं सुनते। वो अनुपमा से मिलने के लिए चले जाते हैं। वनराज कहेगा वो उन्हें बाद में देख लेगा। पहले वो यह जानना चाहता है कि इतना बड़ा बिजनेसमैन भिखारी कैसे बन गया। किंजल और टीटू बापू जी के पास पहुंचते हैं। वो लोग एक दूसरे से अपना दुख बांटते हैं।
आश्रम से गायब हुआ कान्हा
अनुपमा सोई रहेगी उसे सपने में अनुज दिखाई देता है। अचानक वो उठेगी और रात को वो कमरे से निकलकर आश्रम पहुंचेगी। वहां वो देखेगी सभी साधु कान्हा यानी अनुज को आवाज देते हैं। वो बताते हैं कि पता नहीं कान्हा कहां चला गया है।
पति से मिली अनुपमा
अनुपमा सड़क पर पति को खोजते हुए आगे बढ़ती जाएगी। उधर अनुज भी इधर-उधर भटकेगा। अनुपमा सड़क पर गिर जाती है। उसे उठाने के लिए अनुज हाथ बढ़ाएगा। वो उसे पहचानता नहीं है। उसे चक्कर आ जाता है और बेहोश होकर गिर जाता है। अनुपमा देखेगी अनुज को बहुत तेज बुखार आया है। वो मदद के लिए आवाज देगी। जब कोई नहीं आता तो वो ठेला लेकर आती है और अनुज को उस पर लेटाकर ले जाएगी।