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Prateik Babbar talked about his drug addiction: ‘मैं बहुत बड़ा नशेड़ी था’, ड्रग्स की वजह से सुभाष घई के एक्टिंग स्कूल से निकाले गए थे प्रतीक बब्बर

Prateik Babbar talked about his drug addiction

Prateik Babbar talked about his drug addiction: राज बब्बर और स्मिता पाटिल के बेटे प्रतीक बब्बर की जिंदगी संघर्षों भरी रही है। प्रतीक को पहले ड्रग्स की लत थी। इस वजह से वो रिहैब सेंटर भी रहे और करियर पर इसका असर पड़ा। एक बार ड्रग्स की वजह से उन्हें सुभाष घई के एक्टिंग स्कूल से बाहर कर दिया गया। केवल यही नहीं संजय लीला भंसाली की सांवरिया भी हाथ से चली गई कि वो उस वक्त रिहैब सेंटर में थे। प्रतीक ने माना कि ड्रग्स की आदत ने उनकी निजी जिंदगी पर तो फर्क डाला ही उनका करियर भी तेजी से आगे नहीं बढ़ पाया।

आज होता है पछतावा
प्रतीक को आज इस पर पछतावा होता है। बॉलीवुड बबल से बात करते हुए प्रतीक ने कहा, ‘मैंने बहुत बुरे फैसले लिए। मैं यह नहीं कहूंगा कि मैं कुछ अलग कर सकता था क्योंकि छोटी उम्र से ही मैं बहुत कुछ झेल रहा था। मैंने शराब और मादक पदार्थों को चुना। मैं अपनी कमजोरी के आगे झुक गया। इसके पीछे मेरे पास वजह थी। जब हम आज इस बारे में बात करते हैं तो चीजें उससे कहीं मुश्किल लगती थीं लेकिन उन चीजों की वजह से मेरी निजी जिंदगी और पेशेवर जिंदगी में गिरावट आई।‘

नाना-नानी के यहां पले बढ़े
प्रतीक बब्बर को जन्म देने के दौरान स्मिता पाटिल की मौत हो गई थी। उसके बाद वो अपने नाना-नानी के यहां पले-बढ़े। वो आगे कहते हैं, ‘मेरे नाना-नानी ने मुझे उन दिनों सबसे खराब दौर में देखा। मैं बहुत बड़ा नशेड़ी था। मेरी नानी मुझे नशेड़ी के रूप में देखते हुए मर गई। इसका मुझे अफसोस है। काश वो देख पाती कि मैं आज कैसा इंसान बन गया हूं।‘

हर स्कूल से निकाले गए प्रतीक
प्रतीक को सुभाष घई के एक्टिंग स्कूल से निकाल दिया गया था। इस बारे में उन्होंने कहा, ‘मैंने जाने तू जाने ना की शूटिंग की और फिर मैं व्हिसलिंग वूड्स चला गया। मैं इधर-उधर थोड़ा बहुत पढ़ाई कर रहा था। मुझे तब तक नहीं पता था कि मैं क्या कर रहा था। मैं लगभग 2 साल तक वहां रहा और फिर मुझे ड्रग्स लेने की वजह से व्हिसलिंग वुड्स से बाहर निकाल दिया गया। अब जब सोचता हूं यह फनी लगता है। मैं जिस भी स्कूल और कॉलेज में गया वहां से मुझे निकाल दिया गया। मैं एक खतरा था।‘

तो सांवरिया में होते प्रतीक बब्बर
संजय लीला भंसाली की फिल्म ‘सांवरिया‘ भी उनके हाथ से चली गई। प्रतीक ने कहा, ‘दुर्भाग्य से मैं रिहैब में था। मैं 18 साल का था। मिस्टर भंसाली ने हमारे लैंडलाइन पर कॉल किया था।‘ जब उनसे पूछा गया कि क्या भंसाली को पता था कि वो रिहैब में थे तो उन्होंने कहा, ‘उन्हें नहीं पता था। और मुझे लगता है कि उन्हें यह भी नहीं पता था कि मैं कितने साल का हूं क्योंकि मैं बहुत छोटा था।‘

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