घर-घर पहुंचा टिफिन बॉक्स, फिर कैसे दिवालिया हो गई Tupperware?
टपरवेयर का नाम आपने जरूर सुना होगा। अगर आप खुद ना भी इस्तेमाल करते हों तो किसी ना किसी के पास देखा होगा।
टपरवेयर के टिफिन बॉक्स और कंटेनर बहुत लोकप्रिय हैं। इसके बावजूद कंपनी दिवालिया होने के कगार पर पहुंच गई।
यह एक अमेरिकी कंपनी है जिसकी स्थापना 1946 में अर्ल टपरवेयर ने की थी।
78 साल पुरानी कंपनी ने अपने प्रोडक्ट में काफी बदलाव भी किए। उसने यूथ को लुभाने की कोशिश की लेकिन वो नाकाम रही।
टपरवेयर की हालत काफी खराब हो चुकी थी जिसके बाद कंपनी ने बैंकरप्सी के लिए आवेदन किया।
लॉकडाउन के बाद बिक्री में गिरावट दर्ज की गई। महंगा रॉ मटेरियल और मजदूरी का खर्चा कंपनी संभाल नहीं पाई।
कंपनी के प्रोडक्ट्स की लागत और मुनाफे के बीच बहुत कम अंतर रह गया।
पर्यावरण के प्रति बढ़ती जागरूकता के चलते लोगों ने प्लास्टिक का इस्तेमाल कम कर दिया है। इससे भी कंपनी को नुकसान हुआ।