मुगलों की बनाईं दिल्ली में ये 8 इमारतें, सालों बाद भी शान से खड़ी
हुमायूं का मकबराहुमायूं की पत्नी हाजी बेगम ने पति की याद में इस मकबरे को बनवाया। यूनिस्को की वर्ल्ड हेरिटेज साइट में यह शामिल है।
लाल किलाशाहजहां ने लाल किले को बनवाया। इस किले के अंदर, दीवान-ए-आम, दीवान-ए-खास, रंग महल, खास महल और हमाम है।
पुराना किलामुगल बादशाह हुमायूं और सुरीद सुल्तान शेरशाह सूरी ने पुराने किले का निर्माण करवाया था।
जामा मस्जिदशाहजहां द्वारा बनवाई गई एक और खूबसूरत इमारत जामा मस्जिद है। 6000 मजदूरों ने इसे 6 साल में बनवाया।
सफदरजंग का मकबरासफदरजंग का मकबराहुमायूं के मकबरे से इसमें काफी समानता है। मुख्य मकबरे के अलावा यहां जंगली महल, बादशाह पसंद, मोती महल और अन्य इमारतें हैं।
जफर महल मुगल काल की आखिरी इमारत जफर महल है। यह महरौली के मध्य में स्थित है।
फतेहपुरी मस्जिदशाहजहां की बीवी फतेहपुरी बेगम के लिए इस मस्जिद का निर्माण कराया गया। यह चांदनी चौक में स्थित है।
अब्दुल रहीम खान-ए-खानाअकबर के नवरत्नों में से एक अब्दुल रहीम खान-ए-खाना का मकबरा निजामुद्दीन में स्थित है। उनकी पत्नी का मकबरा भी यहीं हैं।